Indian Railways: AC कोच में कपड़ों के पर्दों की जगह किए जाएंगे खास इंतजाम, दूर होगी यात्रियों की शिकायत
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Sun, Apr 04, 2021 05:03 PM IST
Indian Railways News: भारतीय रेलवे पर भी कोरोना का असर पड़ा है. रेलवे ने अपने सभी वातानुकूलित (Air-Conditioned) कोच में लगे पर्दे बदलने का फैसला किया है. रेलवे अब सभी एसी कोच में कपड़े के पर्दों की जगह नीचे से ऊपर की ओर फोल्ड होने वाले Roller Blind पर्दे लगाएगी. जल्द ही एसी कोच में आपको ये खास तरह के फोल्ड होने वाले पर्दे देखने को मिल सकते हैं.
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कमेटी ने की थी सिफारिश
रेलवे में दुर्घटनाएं रोकने के लिए साल 2018 में बनी जांच कमेटी ने एसी कोच से पर्दे हटाने की सिफारिश की थी. कमेटी का कहना था कि पर्दे आग फैलने में मदद करते हैं, इसलिए इन्हें हटा दिया जाना चाहिए. हालांकि कई लोगों का यह भी कहना था कि एसी कोच में लगे पर्दे बाहर की धूप को अंदर आने से रोकते हैं और ट्रेन का तापमान भी ठंडा बनाए रखते हैं.
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यात्री लगातार कर रहे थे शिकायत
कमेटी की सिफारिश के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना प्रोटोकॉल बनाकर इन पर्दों को खतरनाक करार दिया. मंत्रालय ने इन पर्दों को कोरोना वायरस को फैलाने वाला सुपर स्प्रेडर बताया. इसके बाद रेलवे ने सभी एसी कोच की खिड़कियों से पर्दे हटा दिए और साथ ही यात्रियों को कंबल देना भी बंद कर दिया. वहीं रेल यात्री लगातार कोच में कम कूलिंग और धूप आने की शिकायत कर रहे थे.
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ट्रेन में लगाई गई पॉलिमर से बनी शीट
हमारी सहयोगी वेबसाइट जी न्यूज के मुताबिक लोगों की शिकायतों के बाद रेलवे ने इस मुद्दे पर फिर से अध्ययन करवाया और बीच का रास्ता निकालते हुए ट्रेनों में पॉलिमर से बनी Dispersed Liquid Crystal (PDLC) शीट लगाने का फैसला किया. शुरुआत में इसे Howrah-New Delhi के बीच चलने वाली एसी स्पेशल ट्रेन (Train) में लगाया गया.
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बहुत महंगा होगा पॉलिमर शीट फिट करना
इस शीट के लगाने से एसी कोच में कूलिंग कम होने की शिकायत खत्म हो गई. वहीं यात्रियों को भी अंदर से खिड़की की ट्रांसपेरेंसी को कम-ज्यादा करने का कंट्रोल मिल गया. रेलवे अफसरों के मुताबिक पॉलिमर शीट कूलिंग और ट्रांसपेरेंसी के हिसाब से इफेक्टिव तो है लेकिन सभी एसी ट्रेनों में इसे फिट करना बहुत महंगा सौदा है.
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